इन्साफ, क़ानून, पैसा, और शोहरत, इनके लिए खड़े हर मोड़ पर रहते हैं ! इन्साफ, क़ानून, पैसा, और शोहरत, इनके लिए खड़े हर मोड़ पर रहते हैं !
कंक्रीट के इस जंगल में सिर्फ मकाँ रहते हैं, यहाँ सिर्फ़ बुत बसते हैं, लोग कहाँ रहते हैं! कंक्रीट के इस जंगल में सिर्फ मकाँ रहते हैं, यहाँ सिर्फ़ बुत बसते हैं, लोग कहाँ ...
एक अनोखी बात...! एक अनोखी बात...!
आज के समाज में इंसान किस तरह इंसानियत को भूला बैठा है उसी पे कुछ पंक्तिया लिखी है मैंने... आज के समाज में इंसान किस तरह इंसानियत को भूला बैठा है उसी पे कुछ पंक्तिया लिखी ह...
मैं मध्यम वर्गीय हूँ खजूर के पेड़ पर झूले जा रहा हूँ। मैं मध्यम वर्गीय हूँ खजूर के पेड़ पर झूले जा रहा हूँ।